Shayri:-दर्द-ऐ-दिल।
क्यों किसी से इतना प्यार हो जाता है;
एक पल का इंतज़ार भी दुश्वार हो जाता है;
लगने लगते हैं अपने भी पराये;
और एक अजनबी पर ऐतबार हो जाता है।
तेरे नाम को होंटो पर सजाया है मैंने; तेरे रूह को अपने दिल में बसाया है मैंने; दुनिया तुम्हें ढूढ़ते-ढूढ़ते हो जायेगी पागल; दिल के ऐसे कोने में छुपाया है मैंने।
…You tube राह ताकते हैं हम उनके इंतज़ार में; साँसे भरते हैं उनके एक दीदार में; रात न कटती है न होता है सवेरा; जबसे दिल के हर कोने में हुआ है आपका बसेरा। सुहागन विडियो डाउनलोड करे।शाम के बाद मिलती है रात; हर बात में समाई हुई है तेरी याद; बहुत तनहा होती ये जिंदगी; अगर नहीं मिलता जो आपका साथ। चाँद निकलेगा तो दुआ मांगेंगे; अपने हिस्से में मुकदर का लिखा मांगेंगे; हम तलबगार नहीं दुनिया और दौलत के; हम रब से सिर्फ आपकी वफ़ा मांगेंगे।
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