जब भी मुसिबत आती, आते है पापा जी याद.... Rs Diwraya11:09 AM लेखक- रामस्वरूप दिवराया जब भी आती है कोई मुसिबत करते है अक्सर माँ को याद लेकिन आती जब मुसिबत बङी आते है पापा जी याद कहते है लौग सभी बदल ज...